अर्च्/पूजा धातु के रूप - Arch/Pooja Dhatu Roop In Sanskrit अर्च्/पूजा धातु रूप: पर्व, छठ या षष्ठी पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला एक हिन्दू पर्व है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, दूर्गा पूजा (बांग्ला: দুর্গাপূজা अथवा असमिया: দুৰ্গা পূজা अथवा ओड़िया: सुनें: सुनें सहायता·सूचना, "माँ दूर्गा की पूजा"), जिसे दुर्गोत्सव सामूहिक … [Read more...] about Arch/Pooja Dhatu Roop In Sanskrit – अर्च्/पूजा धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
Sandhi in Sanskrit संधि की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
Sandhi - Sanskrit Vyakaran[नोट – संस्कृत की नवीन पाठ्यपुस्तक 'स्पन्दना' में व्याकरण के अन्तर्गत सन्धि, समास, कारक आदि की विषय – वस्तु संस्कृत में दी गई है। यहाँ छात्रों की सुविधा एवं समझने की दृष्टि से पाठ्यपुस्तक की विषय – वस्तु को हिन्दी – माध्यम से प्रस्तुत किया गया है तथा परीक्षा की दृष्टि से नवीन पाठ्यक्रमानुसार अभ्यासार्थ प्रश्नोत्तर संस्कृत माध्यम से दिये जा रहे … [Read more...] about Sandhi in Sanskrit संधि की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
Roopak Alankar In Sanskrit – रूपक अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
रूपक अलंकार - Rupak Alankar In Sanskrit रूपक अलंकार: जब रूप-गुण की अत्यधिक समानता के कारण उपमेय पर उपमान का भेदरहित आरोप होता है तो उसे रूपक अलंकार कहते हैं। रूपक अलंकार में उपमेय और उपमान में भिन्नता नहीं रह जाती है; जैसे-चरण कमल बंदी हरि राइ। यहाँ हरि के चरणों (उपमेय) में कमल(उपमान) का आरोप है। अत: रूपक अलंकार है। रूपक अलंकार अन्य उदाहरण - Examples Of Rupak Alankar … [Read more...] about Roopak Alankar In Sanskrit – रूपक अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
Vaach/Vak Ke Shabd Roop In Sanskrit – वाच्/वाक् शब्द के रूप – भेद, चिह्न उदाहरण (संस्कृत व्याकरण)
वाच्/वाक् शब्द के रूप - Vaach/Vak Ke Shabd Roop In Sanskrit गच्छत् शब्द रूप के: मनस, वाचा, कार्मण तीन संस्कृत शब्द हैं। मनस शब्द का अर्थ होता है मन, वाचा का भाषण, और कार्मण का अर्थ कुछ काम करना होता है। कई भारतीय भाषाओं में, एक व्यक्ति … [Read more...] about Vaach/Vak Ke Shabd Roop In Sanskrit – वाच्/वाक् शब्द के रूप – भेद, चिह्न उदाहरण (संस्कृत व्याकरण)
Alankar In Sanskrit – संस्कृत अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
संस्कृत अलंकार - Alankar In Sanskrit अलंकार परिचय - Alankar Introduction परिचय अलंकार का अर्थ है-आभूषण। अर्थात् सुंदरता बढ़ाने के लिए प्रयुक्त होने वाले वे साधन जो सौंदर्य में चार चाँद लगा देते हैं। कविगण कविता रूपी कामिनी की शोभा बढ़ाने हेतु अलंकार नामक साधन का प्रयोग करते हैं। (संस्कृत व्याकरण) इसीलिए कहा गया है-'अलंकरोति इति अलंकार।' अलंकार परिभाषा - Alankar … [Read more...] about Alankar In Sanskrit – संस्कृत अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)